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कलेक्टर प्रोफाइल

ओपी चौधरी का जन्म छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में केवल 1500 की आबादी वाले एक छोटे से गांव “बायांग” में हुआ | इनके दादा जी ५० वर्षो से अधिक समय से कृषि कार्य कर रहे हैं| इनके पिता शाला में शिक्षक थे जब वह ८ वर्ष की आयु में थे तब इनके पिता का स्वर्गवास हो गया था | इनकी माता एक गृहणी है जिनकी शिक्षा केवल चौथी कक्षा तक है|

श्री ओ पी चौधरी ने बारहंवी तक की स्कुल शिक्षा विभिन्न गांवो के सरकारी स्कुलो में पूर्ण किया | बी० एस० सी० में गणित विषय के साथ स्नातक पूर्ण कर युवा अवस्था के कम आयु में ही सन 2005 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण किया | वह विगत 13 वर्षो से अपने गृह राज्य छत्तीसगढ़ में प्रशासकीय सेवा दे रहे हैं|

विभिन्न चुनोतिपूर्ण क्षमताओं से संघर्ष करते हुवे वह छत्तीसगढ़ के जिला दुर्ग में एस० डी० एम०, जिला पंचायत – जिला जांजगीर एवं सरगुजा में मुख्य कार्यपालन अधिकारी,  राजधानी रायपुर में नगर निगम आयुक्त,   जिला दंतेवाड़ा में कलेक्टर, जिला जांजगीर में कलेक्टर तथा जिला रायपुर में  निर्देशक जन संपर्क के पद पर कार्य कर चुके है|

सभी क्षमताओं में उनका कार्य बहुत सराहनीय रहा  रहा है। | वह रायपुर में सुन्दर झील परियोजनाओं के लिए जाने जाते है| उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण के साथ काम किया । शिक्षा के लिए इन्होने सभी क्षमताओ से परिपूर्ण कार्य किया | वह स्कुल तथा कालेजो के पाठयक्रम में कैरियर मार्गदर्शन में विकास हेतु प्रसिद्द व्यक्ति है | उन्होंने वैज्ञानिक रूप से स्कूल बस्ता के वजन को कम करने की रणनीतियों को लागू किया | जिला दंतेवाड़ा में तमन्ना, नन्हे परिंदे, छु लो आसमान, शिक्षा शहर, लाईवलीहुड कालेज जैसे विशेष शैक्षिक परियोजनाओं का शुभारंभ किया | इन परियोजनाओं की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में व्यापक सराहना की जाती है | इन्ही विशेष शैक्षिक परियोजनाओं के शुभारम्भ हेतु श्री ओ० पी० चौधरी को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधान मंत्री का पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

वर्तमान में वह जिला रायपुर में कलेक्टर के पद पर पूर्णवत जूनून के साथ ऑक्सी-रीडिंग जोन, 100 स्मार्ट स्कूल, आरटीई (पदारर्षी), युवा सितारा के लिए कैरियर विकास मार्गदर्शन जैसे बहुत से कार्यो का निर्माण किया|